(1) वो पानी था मैं रंग थी वो बहता रहा मैं घुलती रही
फ़ोटो क्रिएटेड फखरपुर |
(2) सूनो न सनम
हमारे जुंबा पर किसी और का नाम सूनकर भी चिढ़ते हैं उफ्फफ कितनी शिद्दत से आप हमशे मोहब्बत करते हैं
(3) हाथ का मजहब नहीं देखते परिंदे जो भी दाना दे खुशी से खा लेते हैं
(4) मेरे ख्याबों को पर लगा दिए और खुद कही खो गया जरा ढूढना उस शख्स को जो चुपके से मेरा हो गया
(5) हासिल करके तो हर कोई मोहब्बत कर सकता है बिना हासिल किए किसीको चाहना कोई हमसे पूछे
फ़ोटो साभार पिक्सल |
(6) कभी बेपनाह तो कभी गुम सी है ये बारिश भी कुछ कुछ तुम सी है
(7) ATM से पैसे निकालकर वहीं पर गिनने वालों से मेरा एक मासूम सा सवाल मान लो पैसे कम निकले तो क्या उखाड़ लोगे तुम
(8) मुझे हार्ट अटेक होते-होते बचा जब एक आदमी ने मुझसे पूछा कि नोटा पार्टी का PM उम्मीदवार कौन है
(9) मेरी ज़िन्दगी की ये सबसे बड़ी तमन्ना हैं मेरे पास रहो तुम हमेशा मेरी साँस बनके
(10) लोगों ने जो कहा तुमने मान तो लिया ना फिर मुझसे क्यों पूछते हो आखिर मैं कैसा हूँ